उद् भव
केन्द्रीय विद्यालय, कानपुर ने 1965 में उच्च शिक्षा क्षेत्र के एक संस्थान के रूप में अपनी शैक्षणिक उड़ान शुरू की। अपनी स्थापना के बाद से यह संस्थान, न केवल शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में विस्तारित और फला-फूला है, बल्कि इस क्षेत्र और देश में अपनी योग्यता और नाम शैक्षणिक परिणाम, साहित्यिक गतिविधियाँ, खेल और खेलकूद के क्षेत्रों में भी स्थापित किया है।
स्कूल की शुरुआत विनम्र तरीके से हुई जब आईआईटी द्वारा प्रदत्त दो बंगलों में संस्थापक प्रधानाचार्य के रूप में श्री डी.एस. बाजपेयी व केवल 60 छात्रों के साथ कक्षा 6 से 9 तक प्रत्येक कक्षा के एक खंड की स्थापना हुई । स्कूल न केवल एक शानदार वर्तमान का आनंद ले रहा है लेकिन अतीत भी गौरवशाली प्रभावशाली है. शुरुआती वर्षों में हमारे कई मेधावी छात्र केवीएस टॉपर्स की सूची में शामिल हुए। अब भी लगभग हर साल यह स्कूल ऐसे छात्रों को भेजता है जो आईआईटी, एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में चयनित होते हैं। ये छात्र आगे चलकर उच्च अध्ययन के लिए विदेशों में जाते हैं।
विद्यालय भवन आईआईटी, कानपुर द्वारा स्थायी रूप से प्रदान किया गया है।